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Google की टेंसर चिप क्या है? बाकी चिप और इसमें क्या फर्क है?

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Google tensor chipset: गूगल पिक्सल स्मार्टफोन को अगले साल से भारत में बनाएगी. पहली बार मेड इन इंडिया पिक्सल स्मार्टफोन भारतीय बजारों के साथ-साथ विदेशो में भी बेचे जाएंगे. इस बात का ऐलान बीते दिन गूगल मेड फॉर इंडिया में कंपनी ने किया. इस बीच ये खबर सामने है कि कंपनी आने वाले सालों में अपने टेंसर चिप को भी भारत में बनाएगी. दरअसल, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कंपनी से तीन साल के अंदर भारत में अपने Tensor चिपसेट का उत्पादन शुरू करने को कहा है. साथ ही आईटी मंत्री ने Google को जल्द से जल्द भारत में प्रीमियम पिक्सेल फोल्ड डिवाइस लाने का भी सुझाव दिया है. फिलहाल भारत में ये फोन उपलब्ध नहीं है.

गूगल ने कुछ समय पहले पिक्सल 8 और 8 प्रो स्मार्टफोन भारत में लॉन्च किए हैं. इनमें कंपनी ने Tensor G3 चिप दी है. इस चिपसेट में लेटेस्ट जेनरेशन के ARM सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट, एक एडवांस्ड ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) और नेक्स्ट जेन TPU शामिल है जो कंपनी के AI मॉडल्स को सपोर्ट करता है. आज हम आपको ये बताने वाले हैं कि गूगल का टेंसर चिपसेट क्या है और ये कैसे सबसे अलग है?

क्या है टेंसर चिपसेट? क्यों पड़ी जरूरत?

गूगल टेंसर ARM64 बेस्ड सिस्टम ऑन चिप प्रोसेसर की एक सीरीज है जिसे गूगल अपने पिक्सल स्मार्टफोन के लिए बनता है. कंपनी ने टेंसर चिपसेट पर 2016 में काम शुरू किया था और 2021 में पहली बार इसे पिक्सल 6 और 6 प्रो स्माटफोन में दिया. इससे पहले कंपनी क्वालकॉम के चिप अपने स्मार्टफोन में इस्तेमाल करती थी. कंपनी ने खुद का चिपसेट इसलिए बनाया क्योंकि गूगल AI को स्मार्टफोन में देकर लोगों का एक्सपीरियंस बदलना चाहती है. गूगल के टेंसर चिपसेट उसके AI मॉडल को सपोर्ट करते हैं और इसकी वजह से आसानी से पिक्सल स्मार्टफोन में हमें AI से जुड़े कई सारे फीचर्स मिलते हैं. ऐसा दूसरी कंपनियों के चिपसेट के साथ अभी नहीं है. साथ ही जब कंपनी क्वालकॉम के चिपसेट अपने स्मार्टफोन में इस्तेमाल करती थी तो गूगल एक सीमित वर्षों तक ही सॉफ्टवेयर अपडेट दे पाता था क्योंकि चिपसेट बनाने वाली कंपनी एक तय समय तक ही ड्राइवर अपडेट देती थी. इसी वजह से गूगल ने अपने खुद के चिपसेट पर काम करना शुरू किया और आज कंपनी अपने लेटेस्ट जेनरेशन के स्मार्टफोन में 7 सालों तक का सॉफ्टवेयर और सिक्योरिटी पैच अपडेट देती है. ये सब कंपनी के चिपसेट से संभव हो पाया है.

इसके अलावा कंपनी के खुद के चिपसेट से फायदा ये होता है कि स्मार्टफोन मैक्सिमम ऑप्टिमाइज रहता है और आप आसानी से इसमें कम कर पाते हैं.

दूसरे चिपसेट से कैसे है अलग?

गूगल का टेंसर चिपसेट दूसरी कंपनियों के चिपसेट से अलग इसलिए है क्योंकि इसमें आपको AI सपोर्टेड फीचर्स मिलते हैं. जैसे हाल ही में लॉन्च किए गए पिक्सल 8 स्मार्टफोन में आपको कई एआई बेस्ड फीचर्स देखने को मिलते हैं. ये फीचर्स आपका एक्सपीरियंस मोबाइल फोन पर बेहतर करते हैं जो दूसरे चिपसेट के साथ नहीं है. AI फीचर्स मोबाइल फोन में कंपनी के लेटेस्ट जनरेशन के एआरएम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट और सीपीयू की मदद मिलते हैं. सीपीयू और ऐप्लिकेशन स्पेसिफिक चिप्स AI टेक्नोलॉजी को स्मार्टफोन में आसानी से इंप्लीमेंट करने में मदद करती है और इससे आपका मोबाइल एक्सपीरियंस बदलता है.

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