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AI In Future: ChatGPT ने सबको हैरान किया ही हुआ था कि OpenAI ने अपना नया चैटबॉट GPT-4 पेश कर दिया. इस नए AI को चैटजीपीटी से भी खतरनाक बताया जा रहा है. GPT-4 कई ऐसे काम भी करता है, जो चैटजीपीटी नहीं कर सकता है. GPT-4 इमेज इनपुट लेकर, इसके अनुसार आउटपुट दे सकता है. वहीं, चैटजीपीटी सिर्फ टेक्स्ट पर काम करता है. इसका दूर दूर तक इमेज से कोई लेना देना नहीं है. इसके अलावा, GPT-4 ने कई एग्जाम को भी क्लियर किया है. चैटबॉट ने LSAT को 88 परसेंट और SAT मैथ को 89 परसेंट के साथ पास किया है. GPT-4 ने कई ऐसे काम कर दिखाएं हैं कि अब इससे कई लोग डरने लगे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि AI भविष्य में कई मानव नौकरियों को खा सकता है.
OpenAI के संस्थापक ने क्या कहा?
ChatGPT की पैरेंट कंपनी OpenAI के संस्थापक, सैम ऑल्टमैन इस संभावना को स्वीकार किया है कि चैट जीपीटी इंसानों की नौकरी खा सकता है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि इंसान की क्रिएटिविटी की कोई लिमिट नहीं है. इससे कई नई नौकरियां और अवसर पैदा होंगे. ऑल्टमैन ने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें इस बात की चिंता है कि बदलाव जल्दी आ सकता है.
सैम ने चैटजीपीटी को बताया एक टूल
सैम ऑल्टमैन ने एक जरूरी बात भी कही है. उन्होंने कहा है कि चैटजीपीटी को एक टूल के रूप में देखना चाहिए, न कि लोगों को या उनकी नौकरियों को रिप्लेस करने के रूप में. उन्होंने कहा कि मानव की क्रिएटिविटी असीमित है, और हम नई नौकरियां पैदा कर सकते हैं. ऑल्टमैन ने यह भी कहा कि वह अपने क्रिएशन यानी चैटबॉट से थोड़ा डरे हुए हैं और चिंतित है कि गलत सूचना फैलाने के लिए इसका दुरुपयोग किया जा सकता है. सैम ने कहा कि मुझे चिंता है कि इन मॉडलों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर गलत सूचना के लिए किया जा सकता है.
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