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Twitter unlabeled clickbait ads: एक्स पर कई यूजर्स ने ये शिकायत की है कि उन्हें Clickbait Ads दिखाई दे रहे हैं. मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी नए ad फॉर्मेट पर काम कर रही है जो न ही ब्लॉक किए जा सकते है और न ही रिपोर्ट. जिन लोगों को नहीं पता कि Clickbait Ads क्या होते हैं तो दरअसल, ये एक तरह के Ads होते हैं जो आपको आकर्षित करने के लिए आकर्षण वाली सामग्री का इस्तेमाल करते हैं. जैसे आपको किसी Ads में फीमेल मॉडल के माध्यम से आकर्षित किया जा सकता है. आमतौर पर ट्विटर पर जब भी कोई ad दिखाया जाता है तो उसमें प्रमोटेड या Ad लेबल लिखा आता है. इस तरह के ads को यूजर्स रिपोर्ट या ब्लॉक कर सकते हैं.
हालांकि वर्तमान में कुछ ट्विटर यूजर्स को प्लॅटफॉर्म पर ऐसे ads दिखाई दिये हैं जिनमें ब्लॉक या रिपोर्ट का कोई ऑप्शन नहीं आ रहा है और इनपर क्लिक करने में ये किसी दूसरी वेबसाइट पर री-डायरेक्ट हो रहे हैं. व्यक्तिगत तौर पर हमें फिलहाल ट्विटर पर ऐसा कोई clickbait ad नहीं दिखा है लेकिन सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इस तरह के ads दिखने की शिकायत की है.
This is new. A Twitter ad without an account attached that I can’t block or interact with. Glitch or trial balloon? pic.twitter.com/Nn05vJGkeb
— I Hate My Favourite Teams (@CarcelMousineau) September 30, 2023
I’ve been getting them. Super weird pic.twitter.com/w88vUhzre2
— Huey P. Neutron (@TheAlanShane) October 6, 2023
What even is this @X? On my Following feed, we now just have random posts with no username, not a specified ad, no mechanism to report or engage with…
This platform has been broken for a while but it feels utterly in shambles these days. pic.twitter.com/doeUjvXq3x
— Andrew Markowiak (@aMarkzzz) October 2, 2023
ट्विटर को आ रही हैं विज्ञापन संबंधी समस्याएं
ट्विटर का टेकओवर जब से एलन मस्क ने किया है तब से प्लेटफॉर्म एडवरटाइजर्स के लिए जूझ रहा है. कंपनी का Ads रेवेन्यू पहली की तुलना में कम हुआ है. इसके अलावा, मीडिया मैटर्स की एक नई रिपोर्ट से पता चलता है कि जो विज्ञापनदाता वापस लौटे हैं वे पहले की तुलना में 90 प्रतिशत तक कम खर्च कर रहे हैं. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट मुताबिक, पिछले साल अक्टूबर में अरबपति द्वारा ट्विटर को खरीदे जाने के बाद से एक्स के विज्ञापन राजस्व में साल-दर-साल कम से कम 55% की गिरावट आई है.
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