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Safety Index Report: GLAAD ने एनुअल सोशल मीडिया सेफ्टी इंडेक्स रिपोर्ट सभी मेजर सोशल प्लेटफॉर्म्स के लिए जारी की है. दरअसल, ग्लाड LGBTQ+ कम्यूनिटी का एडवोकेसी ग्रुप है. हर साल ग्लाड एनुअल रिपोर्ट जारी करता है. इस रिपोर्ट में इस बार ये बात निकलकर सामने आई है कि ट्विटर अन्य सभी पॉपुलर सोशल मीडिया ऐप्स में LGBTQ प्लस कम्यूनिटी को हेट स्पीच से बचाने में सबसे कमजोर है. विशेष रूप से ट्रांसजेंडर, नॉन-बाइनरी या लिंग गैर-अनुरूपता के रूप में पहचान करने वालों के लिए ये प्लेटफार्म सही नहीं है.
पिछले साल ट्विटर का स्कोर सेफ्टी के मामलें में 45% था जो इस साल 33% हो गया है. दरअसल, ट्विटर को एलन मस्क के खरीदे जाने के बाद उन्होंने कंपनी के कम्युनिकेशन स्टाफ को निकाल दिया था जिसके बाद प्रेस ऑफिस को कॉन्टैक्ट करने पर ये एक Poop इमोजी औटोमटेड रूप से भेजता था. एडवोकेसी ग्रुप ने ये भी बताया कि एलन मस्क के ट्विटर को खरीदे जाने के बाद LGBTQ+ कम्यूनिटी पर हेट स्पीच बढ़ा है क्योकि इसकी मॉनीटरिंग के लिए कंपनी में अब पहले जितने लोग नहीं है. साथ ही मस्क के फ्री स्पीच नियम ने ट्विटर पर अभद्र भाषा, एक्सप्लिसिट सामग्री और उत्पीड़न के मामले को और बढ़ावा दिया है.
बता दें, अप्रैल में ट्विटर ने एक नीति को समाप्त कर दिया था जिसमें ट्रांसजेंडर लोगों के लक्षित गलत लिंग या डेडनेमिंग को प्लेटफार्म पर प्रतिबंधित किया गया था. इसके बाद ट्विटर पर LGBTQ+ कम्यूनिटी की सेफ्टी और कम हो गई है.
नहीं है कोई ट्रांसपेरेंसी- रिपोर्ट
रिपोर्ट में आगे ये कहा गया है कि ट्विटर अन्य प्रमुख क्षेत्रों में पर्याप्त पारदर्शिता प्रदान करने में विफल रहा है. कंपनी के पास वर्तमान में ऐसी कोई भी सुविधा नहीं है जो यूजर्स को अपनी प्रोफाइल पर जेंडर को अनाउंस करने का ऑप्शन दें. इसके अलावा कंपनी ये ऑप्शन भी लोगों को नहीं देती जिससे वे ट्विटर के डेटा कलेक्शन को लिमिट कर पाएं. रिपोर्ट में आगे ये कहा गया कि ट्विटर ये भी खुलासा नहीं करता है कि क्या उसके पास एलजीबीटीक्यू पॉलिसी लीड है जो एलजीबीटीक्यू यूजर्स की जरूरतों को संबोधित करता है. या क्या उसके पास औपचारिक प्रशिक्षण है जो एलजीबीटीक्यू यूजर्स की जरूरतों पर सभी कर्मचारियों को शिक्षित करता है.
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