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Meta Launched Take it Down Tool: सोशल मीडिया की जानी-मानी कंपनी मेटा ने यूजर्स के लिए ‘टेक इट डाउन’ टूल लॉन्च कर दिया है. इस टूल की मदद से प्लेटफार्म पर न्यूड कंटेंट को सर्कुलेट होने से रोका जा सकेगा. इस टूल को नेशनल सेंटर फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लोइटेड चिल्ड्रन द्वारा ऑपरेट किया जाता है. इस टूल को लॉन्च करने का मकसद सेक्सटॉर्शन के मामलों को कम और लोगों की प्राइवेसी को बनाए रखना है. जानिए ये कैसे काम करता है.
पुरानी फोटो भी हो जाएंगी ब्लॉक
इस टूल की मदद से अतीत में अपलोड की गई फोटो को भी प्लेटफार्म से हटाया और उसे फैलने से रोका जा सकता है. सोशल मीडिया पर न्यूड कंटेंट आजकल तेजी से सर्कुलेट होता है और इसी की वजह से फिर लोगों को ब्लैकमेल आदि किया जाता है. भारत में इंटरनेट यूजर्स की तादाद बहुत ज्यादा है और इसमें से कुछ प्रतिशत आबादी उन लोगों की है जो 18 साल से कम उम्र के हैं. बच्चे सोशल मीडिया का इस्तेमाल खूब करते हैं और वे आसानी से किसी केभी जाल में फस जाते हैं और फिर लोग इस बात का गलत फायदा उठाते हैं. लेकिन अब इस सब पर लगाम लगने वाली है. टेक इट डाउन टूल की मदद से यदि कोई यूजर किसी फोटो को रिपोर्ट करता है तो उस फोटो का एक डिजिटल फिंगरप्रिंट बन जाता है जिसे Hashes कहा जाता है. एक तरह से आपकी फोटो कोड में बदल जाती है और फिर इसे कोई भी व्यक्ति देख नहीं सकता. इस टूल की अच्छी बात ये है कि एक बार फोटो को रिपोर्ट करने के बाद प्लेटफार्म पर वैसी जितनी भी फोटो होंगी वे सभी ओपन नहीं होंगी. यानि ब्लॉक हो जाएंगी.साथ ही यदि कोई व्यक्ति उस फोटो को प्लेटफार्म पर अपलोड करने की भी कोशिश करता है तो वो भी संभव नहीं है.
मेटा ने बताया कि इस टूल को हिंदी में इस साल के अंत तक भारत में लॉन्च किया जाएगा और आने वाले समय में अन्य रीजनल लैंग्वेज में भी ये देखने को मिलेगा.
लेकिन इसमें ये है पेंच
इस टूल में एक पेंच ये है कि यदि कोई व्यक्ति आपकी नग्न तस्वीर को सेव कर लेता है और उसे एडिट करके प्लेटफार्म पर अपलोड करता है तो उस स्थिति में ये इमेज ब्लॉक नहीं होगी क्योंकि ये टूल इस इमेज को नया समझता है और आईडेंटिफाई नहीं कर पाता. इसके लिए आपको इस इमेज को दोबारा रिपोर्ट करना होगा और फिर ये सर्कुलेट नहीं होगी.
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