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How to identify Fake Video calls? AI एक तरफ जहां हमारे लिए फायदेमंद है तो दूसरी तरफ इसके साथ कई खतरे भी साथ आते हैं. हैकर्स या स्कैमर्स इस टेक्नोलॉजी का गलत फायदा उठाकर लोगों को अपने जाल में फसा लेते हैं. कुछ समय पहले ये खबर सामने आई थी कि फेक AI कॉल की वजह से ठग लोगों को टारगेट कर रहे हैं. अब हैकर्स या ठग और एडवांस हो गए हैं और वे फेक AI वीडियो कॉल के जरिए लोगों को ट्रिक कर अपने जाल में फसा रहे हैं.
ऐसे हुआ स्कैम
चीन के एक शख्स को फेक AI वीडियो कॉल महंगा पड़ गया और उसने मेहनत से कमाएं 5 करोड़ रुपये ठग के हाथ चढ़ा दिए. हुआ ये कि ठग ने AI पॉवर्ड फेस स्वैपिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया और शख्स के किसी जानने वाले का चेहरा वीडियो कॉल पर लगा दिया और खुद को उसका दोस्त बताने लगा. कॉल के दौरान किसी तरह ठग ने शख्स को ट्रिक किया और 5 करोड़ रुपये अपने अकाउंट में फटाफट ट्रांसफर करने के लिए कहे. जब व्यक्ति ने अपने दोस्त से इस बारे में पूछा तो दोस्त ने ऐसी किसी भी घटना से साफ़ इंकार कर दिया और कहा उसने कोई वीडियो कॉल नहीं की थी. खैर फिलहाल पुलिस इस मामलें की जांच कर रही है और कुछ पैसे रिकवर भी किए जा चुके हैं. ये घटना चीन के बाओटौ की है.
कैसे पहचाने फेक वीडियो कॉल?
- वीडियो क्वॉलिटी: देखिए जब भी कोई शख्स आपको गलत तरीके से वीडियो कॉल या AI की मदद लेकर फेक वीडियो कॉल करेगा तो इस दौरान वीडियो क्वॉलिटी वैसी नहीं रहेगी जैसी एक जेनरिक कॉल के दौरान रहती है. इसलिए वीडियो कॉलिटी को जरूर देखें और बैकग्राउंड और वौइस को भी समझें.
- कॉन्टैक्ट वेरिफिकेशन: वीडियो कॉल किस प्लेटफार्म और किस नंबर से आ रहा है ये जरूर चेक करें. यदि आप नंबर को नहीं जानते हैं तो फोन को न उठाएं और इसे रिपोर्ट करें. कॉल पिक भी करते हैं तो कोई भी निजी डिटेल्स शेयर या किसी भी लिंक पर क्लीक न करें.
AI फेक वीडियो कॉल से बचना आसान है. बस इसके लिए आपको अलर्ट होकर इंटरनेट का इस्तेमाल करना है. वीडियो की क्वॉलिटी, फ्रेम, वॉइस आदि सभी चीजें आपको इसके फेक या रियल होने की जानकारी दे देंगी.
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