दिल्ली और मुंबई में खुले एपल स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों को मिलेगी इतनी सैलरी

दिल्ली और मुंबई में खुले एपल स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों को मिलेगी इतनी सैलरी

[ad_1]

Apple Offline Store: जिस तरह एपल के स्मार्टफोन महंगे मिलते हैं ठीक उसी तरह एपल स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों को भी कंपनी मोटी सैलरी देती है. यहां काम करने वाले कर्मचारियों को 50-60 या 80 हजार नहीं बल्कि कुछ और ही अमाउंट कंपनी देती है. एपल ने हाल ही में भारत में अपने दो ऑफिशियल स्टोर खोले हैं जिसमें से एक मुंबई के जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल में स्थित है और दूसरा राजधानी दिल्ली के सेलेक्ट सिटी वॉक मॉल में. इन दोनों स्टोर में करीबन 170 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं. ये कर्मचारी कोई नार्मल सेल्स पर्सन नहीं है बल्कि इनकी डिग्री और सैलरी जानकर आप हैरान रह जाएंगे. 

बी कॉम-एमकॉम से बढ़कर है डिग्री

इकोनामिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एपल स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों के पास एमटेक, एमबीए, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, बीटेक, पैकेजिंग, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन इंजीनियरिंग आदि सब्जेक्ट की डिग्री है. कुछ कर्मचारी तो ऐसे हैं जिन्होंने अपनी ग्रेजुएशन कैंब्रिज और ग्रिफ़िथ यूनिवर्सिटी से पूरी की है. कुछ कर्मचारी ऐसे हैं जिन्हें कंपनी ने यूरोप से दिल्ली और मुंबई में ट्रांसफर किया है. मुंबई स्टोर में काम करने वाले कर्मचारी 25 से ज्यादा भाषाएं जानते हैं जबकि राजधानी दिल्ली में काम कर रहे कर्मचारी 15 अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं.

सालाना इतने का पैकेज !

एपल कितनी सैलरी अपने स्टोर के कर्मचारियों को देता है इसपर कोई आधिकारिक बयान कंपनी ने नहीं दिया है. इकोनामिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कंपनी स्टोर के एम्प्लॉइज को कम से कम 1 लाख रुपये प्रति माह और सालाना 12 लाख या उससे ज्यादा का पैकेज देती है. ये सैलरी पैकेज आम मोबाइल फोन के स्टोर में काम कर रहे कर्मचारियों से 50 गुना ज्यादा है. कर्मचारियों को एपल सिर्फ सैलरी ही नहीं देता बल्कि एपल वेबसाइट के मुताबिक, एंप्लाइज को मेडिकल प्लान्स, एजुकेशनल कोर्स, हेल्थ बेनिफिट, फैमिली के लिए दूसरे तरह के ग्रांट्स और एपल प्रोडक्ट पर भारी डिस्काउंट दिया जाता है.

स्टोर का किराया ही हैरान करने वाला

जिस तरह कर्मचारियों पर एपल मोटा पैसा खर्च करती है ठीक ऐसा ही कंपनी अपने स्टोर के साथ भी कर रही है. एपल मुंबई में अपने स्टोर के लिए हर महीने 42 लाख और दिल्ली में करीब 40 लाख रुपये खर्च कर रही है. ये पैसा बतौर किराए के रूप में कंपनी देती है. इसके अलावा रेवन्यू का कुछ हिस्सा स्टोर ओनर के साथ भी शेयर किया जाता है.

live reels
News Reels

यह भी पढ़ें: Blue Tick: ट्विटर पर किसे मिलेगा ब्लू टिक और किसे नहीं ये इन बातों से तय होगा, पैसे भरना ही सबकुछ नहीं है

[ad_2]

Source link

Leave a Reply