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<p>दुनियाभर में जिन ऐप्स का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है उनमें फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, ट्विटटर आदि शामिल है. इन सभी ऐप्स को लोग सोशल मीडिया कहकर भी पुकारते हैं. हालांकि हर ऐप के अपने यूजर्स हैं और इन यूजर का टेस्ट हर ऐप के हिसाब से अलग-अलग है. सोशल मीडिया पर जिस व्यक्ति की फैन फॉलोइंग या फॉलोअर्स अच्छे होते हैं उन्हें इनफ्लुएंसर के नाम से जाना जाता है. एक तरह से लोग ऐसे लोगों को अपना रोल मॉडल मानते हैं और उनका स्टाइल, कैरेक्टर आदि को रीक्रिएट करते हैं. अगर आप भी एक सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर हैं तो अब आपको सावधान होने की जरूरत है. दरअसल, सरकार सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर पर 50 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने की योजना बना रही है. अगर आप अपने फॉलोअर्स को पेड़ प्रमोशन के बारे में जानकारी नहीं देते है तो आपके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.</p>
<p><strong>पेड प्रोमशन की देनी होगी जानकारी </strong></p>
<p>आप सभी ने यह बात गौर कि होगी कि जिन लोगों की फैन फॉलोइंग सोशल मीडिया पर अच्छी है वे अलग-अलग प्रोडक्ट का रिव्यू या उनका प्रमोशन करते हैं. समय के साथ एडवर्टाइजमेंट का तरीका भी बदल गया है. कंपनियां या बड़े ब्रांड अब सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर को प्रोडक्ट प्रमोट करने के लिए देती है. अभी तक जब कंपनियां किसी व्यक्ति को प्रोडक्ट का प्रमोशन करने के लिए देती थी तो व्यक्ति इस बात की जानकारी अपने फॉलोअर्स को नहीं दे देता था कि इसके लिए उसे पेड किया गया है या नहीं. लेकिन, अब नए नियम के तहत सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर को इस बात की जानकारी भी अपने फॉलोअर्स के सामने रखनी होगी. </p>
<p>कई बार आपने ये भी देखा होगा कि इनफ्लुएंसर लगातार अलग-अलग प्रोडक्ट्स का अंधाधुन प्रचार करते हैं. वे अपने विचारों के माध्यम से अपने फॉलोअर्स को प्रोडक्ट खरीदने के लिए कहते हैं. आम जनता इनफ्लुएंसर की बातों में आ जाती है और प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने लगती है. इससे कम्पनी और इनफ्लुएंसर दोनों को फायदा होता है. अभी तक सरकार ने सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर को लेकर कोई नियम नहीं बनाया था. लेकिन, अब सरकार इस प्रथा को रोकने के लिए नियमों के साथ आने की कोशिश कर रही है. नया नियम न केवल सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर के लिए होगा बल्कि सेलिब्रिटीज, फाइनेंसियल इनफ्लुएंसर्स आदि पर भी लागू होगा. </p>
<p><strong>गलती करने पर ये होगा</strong></p>
<p>अगर कोई इनफ्लुएंसर अपने फॉलोअर्स को किसी भी प्लेटफार्म पर प्रोक्सी पेड़ प्रमोशन के बारे में जानकारी नहीं देता है या पेड किए हुए प्रोडक्ट के बारे में नहीं बताता है तो केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण सीसीपीए में शिकायत दर्ज की जा सकती है और उन पर 50 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.</p>
<p><br /><strong>देना होगा टैक्स</strong></p>
<p>नए नियम के तहत अब सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर को प्रोडक्ट पर टैक्स भी देना होगा. अगर कोई इनफ्लुएंसर किसी भी कंपनियां या ब्रांड के द्वारा दिए गए प्रोडक्ट को अपने पास रखता है तो उसे इसके लिए टैक्स चुकाना होगा. हालांकि अगर वह प्रोडक्ट का रिव्यू करके कंपनी को लौटा देता है तो इस स्थिति में टैक्स नहीं भरना होगा. अभी तक यदि कोई कम्पनी इनफ्लुएंसर को प्रोडक्ट देती थी तो इसपर कोई टैक्स नहीं लिया जाता था. </p>
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