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Google Apps: गूगल ने अपने एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म में कई बड़े बदलाव करने की घोषणा की है. हालांकि ये बदलाव सिर्फ भारतीय यूजर्स के लिए होंगे. गूगल ये बदलाव सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के बाद करने जा रहा है, जिसमें CCI (Competition Commission of India) ने कंपनी की मार्केट पोजीशन और एंड्रॉइड सिस्टम की वजह से अन्य कंपनियों की ग्रोथ प्रभावित होने को लेकर निर्देश जारी किया था. सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के बाद अब टेक कंपनी गूगल को अपने एंड्रॉइड सिस्टम में ये बदलाव करने पड़ेंगे. अब आप गूगल की प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स को स्मार्टफोन से अन-इंस्टॉल कर सकेंगे. इस बारे में खुद गूगल ने ब्लॉग पोस्ट के जरिए बताया है.
गूगल पर लगा था 936.44 रुपये का जुर्माना
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने गूगल पर जुर्माना लगाया था. जुर्माना भी लाखों नहीं बल्कि करोड़ों का था. जुर्माने की कुल कीमत 936.44 रुपये थी. अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट के माध्यम बताया कि हम भारत में स्थानीय कानूनों और नियमों का पालन करने की की गाइडलाइंस को गंभीरता से लेते हैं. Android और Google Play के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के हालिया गाइडलाइंस से हमें भारत में एंड्रॉयड के लिए महत्वपूर्ण बदलाव करने की आवश्यकता है, और हमने CCI को सूचित कर दिया है कि हम उनके निर्देशों का पालन कैसे करेंगे.
ये ऐतिहासिक बदलाव हुए हैं
Google के इस नए बदलाव का फायदा देश के करोड़ों एंड्रॉइड यूजर्स को होने वाला है. इसे बहुत ही सिंपल भाषा में समझाया जाए तो गूगल के इस फैसले के बाद एंड्रॉयड स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों को अपने डिवाइस में गूगल के ऐप्स को प्री-इंस्टॉल देने के लिए लाइसेंस लेना पड़ेगा. हालांकि, अभी तक सभी Android डिवाइस में गूगल के ऐप्स जैसे कि YouTube, Play Store, YouTube Music, Photos, Gmail आदि प्री-इंस्टॉल्ड आते थे और यूजर्स इन्हें अन-इंस्टॉल भी नहीं कर पाते थे. इतना ही नहीं, एंड्रॉयड का इस्तेमाल करने वालो के लिए गूगल का सर्च इंजन डिफॉल्ट रहता था. नई घोषणा के साथ यूजर्स अब अपने फोन में अपनी पसंद के सर्च इंजन को डिफॉल्ट के तौर पर चुन सकते हैं.
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