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Google’s Bard: इंटरनेट में जो कुछ मौजूद है वो सब गूगल को चाहिए. यानि आपके रिव्यु, बातें, टेस्ट, लोगों की पसंद आदि तमाम चीजें जो पब्लिक डोमेन में मौजूद हैं वह सभी गूगल को अपने AI बॉट को ट्रेन करने के लिए चाहिए. गिज़मोडो की रिपोर्ट के अनुसार , Google की अपडेटेड प्राइवेसी पॉलिसी बताती है कि कंपनी अपने प्रोडक्ट और सर्विसेज जैसे Google बार्ड, Google ट्रांसलेट और क्लाउड AI क्षमताओं को बेहतर बनाने और प्रशिक्षित करने के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सभी जानकारी का उपयोग करेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि गूगल और अन्य कंपनियों के लिए इंटरनेट AI प्लेग्राउंड बन चुका है जहां से वे अपने AI टूल को ट्रेन कर रहे हैं.
मस्क ने इसी वजह से ट्विटर पर लगाएं रेस्ट्रिक्शन्स
एक तरह जहां इंटरनेट डेटा की मदद से गूगल अपने AI टूल को बेहतर बनाएगा तो दूसरी तरफ ये भी कहा जा रहा है कि कंपनियां इंटनरेट के ओपन होने का फायदा उठा रही हैं. यानि पब्लिक डोमेन में मौजूद डेटा का गलत फायदा उठा रही हैं. एलन मस्क ने डेटा स्क्रेप्पिंग के डर से ही ट्विटर को ओपन प्लेटफार्म से हटाया ताकि कोई भी इसका डेटा अपने AI टूल को ट्रेन करने लिए यूज न कर सके.
ये भी कहा जा रहा है कि Reddit के नए API शुल्कों का उद्देश्य भी कंपनियों को सबरेडिट्स के डेटा के इस्तेमाल से रोकना है. AI टूल को ट्रेन करने के लिए पब्लिक डेटा के उपयोग ने कॉपीराइट पहलू और कैसे केवल कुछ संस्थाएं पूरे इंटरनेट को नियंत्रित करती हैं के बारे में चर्चा छेड़ दी है और लोग जमकर इसपर अपनी राय दे रहे हैं. कुछ इसे सही बता रहे हैं तो कुछ गलत.
बता दें, मस्क ने ट्विटर को ओपन प्लेटफार्म से हटाने के साथ-साथ रीड लिमिट भी लगा दी है. इसके तहत यूजर्स एक दिन में कुछ ही पोस्ट पढ़ सकते हैं.
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