[ad_1]
Self-KYC System: Vodafone-idea ने सेल्फ केवाईसी सिस्टम अपने प्रीपेड और पोस्टपेड यूजर्स के लिए शुरू किया है. नया सिस्टम केवाईसी प्रोसेस को आसान बनाने के लिए कंपनी ने शुरू किया है. दरअसल, इससे पहले यदि कोई ग्राहक नया पोस्टपेड या प्रीपेड सिम खरीदा था तो उसे केवाईसी के लिए कंपनी के आधिकारिक स्टोर पर जाना पड़ता था. लेकिन अब नए नियम के बाद केवाईसी प्रोसेस बेहद आसान हो गया है. दरअसल, VI को डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DOT) ने केवाईसी प्रोसेस को आसान बनाने के लिए कहा था जिसके बाद कंपनी ने यह फैसला लिया है.
फिलहाल सेल्फ केवाईसी सिस्टम कोलकाता और कर्नाटका में कंपनी ने शुरू किया है जो धीरे-धीरे देश के अन्य शहरों में भी शुरू किया जाएगा. एक बार पूरे देशभर में शुरू हो जाने के बाद ग्राहक आसानी से प्रीपेड या पोस्टपेड सिम घर बैठे ऑर्डर कर सकते हैं. आर्डर करने के बाद उन्हें KYC के लिए कहीं जाने की जरूत नहीं होगी.
ऐसे करें सेल्फ केवाईसी
-सेल्फ केवाईसी के जरिए नया सिम कार्ड ऑर्डर करने के लिए सबसे पहले आपको Vi- myvi.in/ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. अब यहां आपको न्यू कनेक्शन सेक्शन में जाना होगा और बताए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा.
-यहां दिए गए नंबर और प्लान को चुने और फिर केवाईसी प्रोसेस को पूरा करें. के-वाईसी प्रोसेस के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत होगी.
-ऑथेंटिकेशन के लिए आपको एक लाइव फोटो और 10 सेकंड की वीडियो रिकॉर्ड करनी होगी. डिजिटल ऑथेंटिकेशन हो जाने के बाद आप सिम कार्ड का आर्डर प्लेस कर सकते हैं.
-सिम कार्ड की डिलीवरी के वक्त आपको मोबाइल फोन में आया ओटीपी डिलीवरी एग्जीक्यूटिव के साथ शेयर करना होगा.
क्यों जरूरी है केवाईसी?
दरअसल, टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने केवाईसी प्रोसेस को इसलिए मैंडेटरी किया है ताकि वो अपने ग्राहकों का एड्रेस और आइडेंटिटी जान सके. केवाईसी करने से सर्विस प्रोवाइडर और कस्टमर दोनों की सेफ्टी बनी रहती है. मुख्य तौर पर केवाईसी इसलिए की जाती है ताकि फेक लोगों से कस्टमर और कंपनी को बचाया जा सके. कई लोग गलत तरीके से नंबर लेकर स्कैम आदि को अंजाम देते हैं. ऐसे में फिर उन्हें ट्रेस कर पाना मुश्किल होता है क्योकि उन्होंने बिना KYC के सिम खरीदी होती है.
News Reels
यह भी पढ़ें: किसकी नौकरी खतरे में और कौन है ‘Chat GPT’ से सेफ? ये OpenAI ने खुद बताया, अपने बारे में जान लीजिए
[ad_2]
Source link