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फर्जी और काम की कॉल के बीच अब आप आसानी से कर पाएंगे अंतर, कैसे?

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Unique Number series to commercial calls: टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन को एक प्रोजल भेजा था जिसमें TRAI ने एक यूनिक नंबर सीरीज कंपनियों को अलॉट करने की बात कही थी ताकि लोग प्रमोशनल और काम की कॉल के बीच अंतर कर पाएं. TRAI के इस प्रपोजल को DOT ने हरी झंडी दे दी है. यानि अब जल्द लोग बैंक या किसी प्रोडक्ट बेस्ड कंपनी से आने वाली काम की कॉल को नंबर के आधार पर पहचान पाएंगे.

वर्तमान में यदि ऐसी कोई कॉल आती है तो लोग उसमें अंतर नहीं कर पाते क्योकि काम की कॉल और फर्जी कॉल का नंबर एक जैसा ही होता है. इस समस्या को खत्म करने के लिए TRAI ने ये नया प्रोपोजल तैयार किया था. जल्द TRAI इस विषय में एक विस्तृत गाइडलाइन लेकर आएगा. हर कंपनी को एक यूनिक नंबर सीरीज अलॉट की जाएगी और जब किसी व्यक्ति के पास इस नंबर से कॉल जाएगी तो उसकी स्क्रीन पर वो ये देख पाएगा कि ये कॉल किसी विषय में है. फिलहाल 140 नंबर सीरीज टेलीमार्केटिंग कंपनियों को अलॉट की गई है लेकिन इसमें भी लोग ये अंतर नहीं कर पाते कि कौन-सी कॉल सर्विस से जुडी हुई है और कौन-सी कॉल सेल्स प्रमोशन के लिए है. ऐसे में व्यक्ति फोन को काटना पसंद करता है काम की बात रह जाती है. लेकिन अब नए अपडेट के बाद कंपनियों को एक यूनिक नंबर सीरीज अलॉट की जाएगी और आप आसानी से इनमें अंतर कर पाएंगे. 

अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स को फौरन किया जाए ब्लॉक 

इसके साथ ही TRAI ने टेलीकॉम ऑपरेटरो को अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स को ब्लॉक करने के लिए अतरिक्त समय दिया है. दरअसल, कई टेलीमार्केटिंग कंपनियां 10 डिजिट वाले मोबाइल नंबर से लोगों को सेल्स और प्रमोशन से जुडी चीजें डिलीवर कर रही थी. TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को ऐसे टेलीमार्केटर्स को फौरन ब्लॉक करने के लिए कहा है साथ ही सभी रजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स को हर 20 से 60 दिनों में री वेरीफिकेशन के लिए कहा गया है.

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