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Uber : उबर पर फोन की बैटरी के आधार पर लोगों से अलग -अलग किराया लेने का आरोप लगा है. आरोप है कि बैटरी कम होने पर उबर कैब का किराया बढ़ाकर दिखाती है. बेल्जियम के अखबार डेर्निएर ह्यूर की एक स्टडी के अनुसार, उबर ने 12 प्रतिशत बैटरी वाले स्मार्टफोन पर बुक की गई राइड के लिए 84 प्रतिशत बैटरी वाले फोन से बुक की गई राइड की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक शुल्क लिया. ऐसा ही, कुछ एक्सपेरिमेंट iOS और एंड्रॉयड के लिए किया गया तो पाया कि बुकिंग करते समय किराए में अंतर है. यह दावा वाकई चौंकाने वाला है.
कैसी की गई स्टडी?
स्टडी ब्रसेल्स में की गई है. टेस्ट में एक ही स्थान से जाने के लिए दो अलग-अलग डिवाइस से कैब बुकिंग की गई. ट्रैवल के लिए 84 प्रतिशत बैटरी वाले फोन को 1496 रुपये का चार्ज शो हुआ, जबकि 12 प्रतिशत बैटरी वाले दूसरे फोन को 1581 रुपये का चार्ज शो हुआ. हालांकि, उबर ने इस आरोप का खंडन किया है. कंपनी ने कहा कि वह यूजर की फोन की बैटरी लेवल के आधार पर किराया तय नहीं करती है.
Dernière Heure को दिए एक बयान में, Uber ने कहा कि राइड की कीमत सवारी की मौजूदा मांग और ड्राइवरों से निर्धारित होती है. कंपनी ने दावा किया कि यात्रा की कीमत की गणना करने के लिए वह फोन के बैटरी स्तर को ध्यान में नहीं रखती है.
पहले भी कंपनी पर लगा थे आरोप
यह पहली बार नहीं है जब उबेर पर उपयोगकर्ता के फोन की बैटरी लाइफ का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है, 2016 में, कंपनी के इकोनॉमिक रिसर्च के फॉर्मर हेड कीथ चेन ने NPR के साथ हुए एक इंटरव्यू में कहा था कि उबर ने पाया था कि बैटरी का लेवल कम होने पर यूजर्स अधिक भुगतान करने को तैयार थे. हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया था कि कंपनी कीमत बढ़ाने के लिए बैटरी लेवल का इस्तेमाल कर रही है.
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