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एसी-फ्रिज पर स्टार रेटिंग का मतलब समझते हैं आप? आखिर किस आधार पर तय होता है लेबल

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बीईई स्टार रेटिंग (BEE Star Label) भारतीय ऊर्जा प्रबंधन ब्यूरो (Bureau of Energy Efficiency, BEE) की तरफ से स्थापित एक सर्टिफिकेट है जो उपकरणों, उत्पादों और सेवाओं की ऊर्जा क्षमता और कार्यक्षमता को मापने और मान्यता देने के लिए इस्तेमाल होता है. BEE स्टार रेटिंग व्यवसायों, उद्योगों और उपभोक्ताओं को ऊर्जा दक्षता में सुधार करने के लिए प्रेरित करता है. लेबलिंग की प्रक्रिया बीईई (BEE) द्वारा मैनेज की जाती है, जो भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के तहत आता है.

1 से 5 स्टार तक है लेबल

बीईई स्टार रेटिंग (BEE star Label) की स्केल एक से पांच स्टार तक होती है. जहां पांच स्टार ऊर्जा क्षमता की सबसे हाई लेवल को दर्शाती है, वहीं एक स्टार सबसे कम स्तर को दर्शाती है. यह स्टार रेटिंग अलग-अलग उपकरणों और प्रोडक्ट्स के लिए उपलब्ध होती है, जैसे कि एयर कंडीशनर, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, इंडक्शन, और एलईडी (LED) बल्ब आदि. बीईई स्टार रेटिंग उपभोक्ताओं को ऊर्जा क्षमता वाले उपकरण चुनने में मदद कर सकती है, जिससे उन्हें ऊर्जा खर्च को कम करने और ऊर्जा बचत करने में मदद मिलती है. 

28 उपकरणों पर स्टार रेटिंग है लागू

बीईई स्टार रेटिंग में एक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया होती है जिसमें उपकरण या उत्पाद के परफॉर्मेंस पर आधारित एक स्टार रेटिंग प्रदान की जाती है. इस रेटिंग का मुख्य मकसद उपभोक्ताओं को उच्चतम स्तर की ऊर्जा क्षमता वाले उपकरणों और उत्पादों की पहचान करने में मदद करना है. बीईई की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, सरकार की तरफ से फिलहाल 28 इंस्ट्रूमेंट्स या इक्विपमेंट्स पर स्टार रेटिंग (BEE Star Label) लागू है.

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कैसे तय की जाती है रेटिंग

भारतीय ऊर्जा प्रबंधन ब्यूरो यानी बीईई (BEE) की तरफ से निर्धारित प्रोडक्ट की योग्यता में हाई लेवल के प्रोडक्ट को सलेक्ट किया जाता है. यह सलेक्शन प्रो़डक्ट के कैटेगरी, इस्तेमाल, और प्रोडक्ट के फीचर्स के आधार पर होता है. चुने हुए प्रोडक्ट के लिए, प्रोडक्ट को अधिकृत बीईई प्रमाणन संगठन के पास जाना पड़ता है. प्रमाणन संगठन प्रो़डक्ट के लिए जरूरी मानकों का मूल्यांकन करता है और प्रोडक्ट को परखता है. प्रोडक्ट की ऊर्जा खपत को मापा जाता है और उसका मूल्यांकन किया जाता है. यह माप बीईई के तय प्रमाणों, प्रक्रियाओं और टेस्टिंग के जरिये होता है. 

जितने ज्यादा स्टार, बिजली की खपत उतनी कम

भारतीय ऊर्जा प्रबंधन ब्यूरो की तरफ से रेटिंग का मतलब है कि किसी प्रोडक्ट को जितने ज्यादा स्टार मिलेंगे, बिजली की खपत उतनी कम होगी. इसलिए खरीदारी के समय कोशिश जरूर हो कि ज्यादा स्टार वाले सामान खरीदी जाए. हर साल बीईई रेटिंग में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं, क्योंकि कई बार रेटिंग के पारामीटर चेंज हो जाते हैं.

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